बिस्तर पर हूँ बैठा हुआ,
हाथ में है एक किताब,
पढ़ तो रहा हूँ अक्षर कुछ,
पर मन में है एक ख्वाब.
लैपटॉप है टेबल पर,
सिर्फ दो हाथ की दूरी पर,
फ़ोन भी है पास में,
पर कोई बहाना नहीं है दिमाग में.
विज्ञानं ने साधन तो दिए हैं अनेक,
पर चूंक हो गयी है एक.
कुछ ऐसा बना, विज्ञानिक
की इस बहाने का न रहे अस्तित्व
अपने आप ही मेरे मन का प्रतिबिम्ब,
उसकी नज़र के सामने आ चले.
Saturday, September 27, 2008
Wednesday, September 3, 2008
The Tea
I boiled some water,
to make my tea,
And looked around to see you there,
But, I am only imagining things,
and you are still not here.
O boy, I made an extra cup,
As if you will come over to share.
I take my tea and go to my room,
And hope you will magically appear.
What are the chances for you to come,
I picked a pen and did a sum,
the probability came out to be
Only point zero zero one
The tailing one shines in my eye,
And I won't let it die
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